7 मई को देशभर में मॉक ड्रिल

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- बजेगा सायरन, होगा ब्लैकआउट
- युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारी
Central News Desk: कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। गृह मंत्रालय की अगुवाई में 7 मई को देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।

मॉक ड्रिल का उद्देश्य
इस अभ्यास का मुख्य मकसद नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों के लिए तैयार करना और सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता का आकलन करना है। ड्रिल के दौरान लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने, ब्लैकआउट की स्थिति में संयम बरतने और सायरन की चेतावनी पर अमल करने के बारे में जागरूक किया जाएगा।
ये हैं ड्रिल के अहम पहलू
ब्लैकआउट: एक निर्धारित समय के लिए घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों की बिजली बंद की जाएगी।
सायरन: चेतावनी के तौर पर तेज आवाज में सायरन बजाए जाएंगे।
प्रशिक्षण: नागरिकों को आपातकालीन उपायों और बचाव प्रक्रियाओं की जानकारी दी जाएगी।
सुरक्षा एजेंसियों की भागीदारी: होम गार्ड, एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, वायु रक्षा विभाग, रेलवे सुरक्षा बल और एसडीआरएफ इस अभ्यास में शामिल होंगे।
यहां होगी मॉक ड्रिल
ड्रिल उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, जम्मू-कश्मीर, पुडुचेरी, दमन और दीव, और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में आयोजित की जाएगी।

गृह मंत्रालय की समीक्षा बैठक
ड्रिल से एक दिन पहले, 6 मई को गृह मंत्रालय में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई, जिसमें एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, रेलवे और वायुह रक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की गई।

प्रधानमंत्री की कड़ी चेतावनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी हमले को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि भारत की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और हर चुनौती का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
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