पिथौरागढ़: चंडिकाघाट पंपिंग योजना से 23 गांवों को मिला पानी, जल संकट से मिली राहत

17.88 करोड़ की योजना से 25 हजार से अधिक आबादी को मिलेगा शुद्ध पेयजल
Central News Desk: बरसों से जल संकट से जूझ रहे बाराबीसी क्षेत्र के गांवों के लिए राहत की खबर है। चंडिकाघाट पंपिंग योजना के तहत अब तक 23 गांवों में पानी पहुंच चुका है, जिससे ग्रामीणों में खुशी की लहर है। लंबे समय तक प्राकृतिक जल स्रोतों और टैंकरों पर निर्भर रहने के बाद अब ग्रामीणों को नल से शुद्ध पेयजल मिलना शुरू हो गया है।
रामगंगा नदी से उठाया जाएगा पानी
जल जीवन मिशन के अंतर्गत चंडिकाघाट में रामगंगा नदी से पेयजल पंपिंग की यह परियोजना बनाई गई है। 17.88 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस योजना से कुल 27 गांवों की 25 हजार से अधिक की आबादी को लाभ मिलेगा
योजना का ट्रायल एक महीने पहले शुरू
करीब एक माह पूर्व इस योजना का ट्रायल शुरू किया गया था। ट्रायल के शुरुआती दौर में ही 23 गांवों तक जल आपूर्ति शुरू कर दी गई है। इन गांवों में पानी पहुंचने से लोगों को जल संकट से मुक्ति मिली है, जिससे वे बेहद संतुष्ट और प्रसन्न नजर आ रहे हैं।
चार गांवों में अभी पानी पहुंचना बाकी
जल निगम के अनुसार अभी चार गांवों में जलापूर्ति शुरू नहीं हो पाई है। इन गांवों में योजना से जुड़ी कुछ तकनीकी कमियों को दूर किया जा रहा है। जल निगम के ईई रंजीत धर्मशक्तू ने कहा:
“चंडिकाघाट पंपिंग योजना के ट्रायल के शुरुआती दौर में ही अधिकांश गांवों में पानी पहुंचा है जो खुशी का विषय है। ट्रायल में योजना की कमियां दूर की जाएंगी ताकि भविष्य में जलापूर्ति में कोई दिक्कत न हो।”
पांच महीने में सभी गांवों तक पहुंचेगा पानी
जल निगम अधिकारियों का कहना है कि आगामी पांच महीनों के भीतर सभी 27 गांवों में पानी पहुंचा दिया जाएगा। फिलहाल योजना के तकनीकी परीक्षण और सुधार जारी हैं।
किन गांवों को मिला लाभ?
इस योजना से कुसैला, भैस्यूड़ी, बाटुला, बिछुल, हराली, नगरोड़ा, नखनोली, अगन्या, थालगांव, धुरौली, गोथना, मुसगांव, भाकुड़ा, कचना, बसौड़ सहित अन्य गांवों को लाभ मिला है। इन गांवों के लोग अब बिना लंबी दूरी तय किए, अपने घरों पर ही शुद्ध पेयजल प्राप्त कर पा रहे हैं।

Avneesh Mishra is a young and energetic journalist. He keeps a keen eye on sports, politics and foreign affairs. Avneesh has done Post Graduate Diploma in TV Journalism.