असम समेत पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश का कहर: बाढ़ से जनजीवन प्रभावित, स्कूल बंद, राहत-बचाव तेज

लगातार हो रही भारी बारिश से असम, मेघालय, अरुणाचल और त्रिपुरा में हालात बिगड़े; नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, सेना और NDRF राहत कार्य में जुटी
Weather Desk; पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। विशेष रूप से असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। असम के करीब 12 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है और कई गांव जलमग्न हो चुके हैं।

नदियों का उफान बना बड़ा खतरा
ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। दरंग, बारपेटा, धेमाजी, मोरीगांव और कछार जिलों में नदियों ने तटबंध तोड़ दिए हैं, जिससे सैकड़ों परिवारों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है।
स्कूल-कॉलेज बंद, परिवहन ठप
असम सरकार ने प्रभावित जिलों में सभी स्कूल-कॉलेजों को अगले आदेश तक बंद रखने के निर्देश दिए हैं। सड़क मार्ग कई जगहों पर कट गए हैं जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। गुवाहाटी और जोरहाट के बीच की रेल सेवाएं भी आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं।

NDRF और SDRF राहत कार्य में जुटी
राज्य प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की कई टीमें तैनात की हैं। नावों के माध्यम से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। अभी तक लगभग 18,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
मुख्यमंत्री का दौरा, केंद्र से मदद की अपील
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और राहत शिविरों में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने केंद्र सरकार से 500 करोड़ रुपये की विशेष सहायता राशि की मांग की है। गृह मंत्रालय की एक टीम भी हालात का जायजा लेने जल्द राज्य का दौरा कर सकती है।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
भारत मौसम विभाग (IMD) ने अगले 48 घंटों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। लोगों से अपील की गई है कि वह अनावश्यक यात्रा न करें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

Rashika Saxena is a young and energetic journalist. She keeps a keen eye on the issues happening in health, politics and film industry. Rashika has done a post graduate diploma in TV journalism