गुजरात में AAP को तगड़ा झटका: विधायक उमेश मकवाना ने पार्टी पदों से दिया इस्तीफा, बोले– ‘अब AAP भी बीजेपी जैसी बन गई है’

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Central News Desk: गुजरात में उपचुनाव में मिली जीत की खुशी के 72 घंटे भी नहीं बीते थे कि आम आदमी पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। बोटाद से विधायक और AAP के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव उमेश मकवाना ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी अब अपने मूल सिद्धांतों से भटक रही है और बीजेपी की राह पर चलने लगी है।

उमेश मकवाना का आरोप:

आज तक से खास बातचीत में उमेश मकवाना ने कहा, “मुझे पार्टी का सचेतक बनाया गया, लेकिन इसके बावजूद मुझे किसी रणनीतिक बैठक में शामिल नहीं किया गया। मैंने बीजेपी इसलिए छोड़ी थी कि वहां ओबीसी समुदाय की अनदेखी होती थी। लेकिन अब आम आदमी पार्टी भी वही कर रही है।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि वो विधायक बने रहेंगे और कार्यकर्ता के रूप में भी काम जारी रखेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि बोटाद की जनता से बातचीत कर ही तय करूंगा कि इस्तीफा देकर आगे क्या रास्ता अपनाना है – निर्दलीय चुनाव लड़ूं या कोई नई पार्टी बनाऊं।

AAP ने किया सस्पेंड, बीजेपी पर लगाया आरोप:

उमेश मकवाना के इस फैसले के बाद आम आदमी पार्टी ने उन्हें पार्टी से 5 साल के लिए सस्पेंड कर दिया है। पार्टी के नेता इसुदान गढ़वी ने कहा, “जनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायतें मिलने के बाद सख्त एक्शन लिया गया है। बीजेपी बौखला गई है और गंदी राजनीति कर रही है।”

राजनीतिक मायने:

गोपाल इटालिया को विधानसभा में अहम भूमिका मिलने के बाद से मकवाना की नाराज़गी और भी बढ़ी। पार्टी में अपने भविष्य को लेकर असंतोष के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। हालांकि इस्तीफा देकर उन्होंने साफ कर दिया कि अब फैसला जनता की राय से होगा।

गुजरात में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी के लिए यह घटनाक्रम बड़ा झटका है। एक ओर गोपाल इटालिया जैसे नए चेहरे को आगे लाया जा रहा है, तो दूसरी ओर पुराने नेता खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। उमेश मकवाना की बगावत आने वाले दिनों में AAP की गुजरात राजनीति को नया मोड़ दे सकती है।

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