दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र होगा पूरी तरह कागज रहित, ‘नेवा पोर्टल’ के जरिए संचालित होगी कार्यवाही

Delhi News Desk: दिल्ली की आठवीं विधानसभा का तीसरा (मानसून) सत्र पूरी तरह डिजिटल और कागज रहित होगा। 4 से 8 अगस्त तक चलने वाले इस सत्र के लिए सभी प्रश्न, प्रस्ताव और नोटिस अब केवल राष्ट्रीय ई-विधान अनुप्रयोग (नेवा पोर्टल) के माध्यम से ही स्वीकार किए जाएंगे। यह कदम विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता की अगुवाई में डिजिटल सुशासन की दिशा में एक बड़ा और ऐतिहासिक प्रयास माना जा रहा है।
विशेष उल्लेख के लिए नया नियम
अब सदस्यों को विशेष उल्लेख के लिए अपने नोटिस एक दिन पहले शाम 5 बजे तक पोर्टल पर जमा करने होंगे। इनमें से 10 विषयों का चयन लॉटरी प्रक्रिया से होगा, जो अगले दिन सुबह 11 बजे विधानसभा सचिव कक्ष में किया जाएगा।

स्पष्ट, संक्षिप्त और विभागवार विषय जरूरी
सभी विधायकों को सलाह दी गई है कि वे जो विषय प्रस्तुत करें, वे 8 से 10 पंक्तियों में स्पष्ट, संक्षिप्त और केवल एक विभाग से संबंधित हों। सदन में बोलते समय भी उन्हें सिर्फ अपने विषय पर ही केंद्रित रहना होगा।
तकनीकी सहायता के लिए नेवा सेवा केंद्र
डिजिटल प्रक्रिया में किसी प्रकार की तकनीकी परेशानी से बचने के लिए विधानसभा भवन में नेवा सेवा केंद्र की स्थापना की गई है। यह केंद्र सुबह 9:30 से शाम 6:00 बजे तक तकनीकी मदद देगा।
कागज रहित सत्र को बताया ऐतिहासिक
विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा,
“यह कदम दिल्ली में डिजिटल विधान प्रक्रिया की दिशा में ऐतिहासिक और दृष्टिकोण बदलने वाला है। इससे न केवल पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी, बल्कि सदस्य भी अधिक सक्रिय व तकनीकी रूप से दक्ष होंगे।”
जरूरत पड़ने पर बढ़ सकता है सत्र
4 अगस्त से शुरू हो रहे इस मानसून सत्र की बैठकें दोपहर 2 बजे से शुरू होंगी, और यदि जरूरत पड़ी तो उनकी अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है।
अब दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही न सिर्फ आधुनिक होगी, बल्कि यह प्रदर्शित करेगी कि डिजिटल भारत की परिकल्पना जमीनी स्तर पर कैसे आकार ले रही है।

Avneesh Mishra is a young and energetic journalist. He keeps a keen eye on sports, politics and foreign affairs. Avneesh has done Post Graduate Diploma in TV Journalism.