बाबा आनंदेश्वर के शिवलिंग की लंबाई हो रही कम, भक्तों की आस्था बन रही नुकसान की वजह

– शिवलिंग में 17 मिमी की कमी, मंदिर प्रबंधन और जूना अखाड़ा चिंतित
Centra News Desk: गंगा किनारे बसे बाबा आनंदेश्वर मंदिर में भक्तों की आस्था अब शिवलिंग की सेहत पर भारी पड़ने लगी है। मंदिर प्रबंधन की ताजा जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है—पिछले तीन वर्षों में शिवलिंग की लंबाई 17 मिलीमीटर तक घट चुकी है।
शिवलिंग की लंबाई में आई इस गिरावट के पीछे भक्तों की पूजा की अनजानी आदतें जिम्मेदार मानी जा रही हैं। कुछ लोग पूजा के दौरान सिक्के, चाबियां, माला आदि शिवलिंग पर घिसते हैं, जबकि कुछ केमिकल युक्त जल और पदार्थ चढ़ाते हैं, जिससे पत्थर धीरे-धीरे घिस रहा है।

सोने की परत ने खोला रहस्य
करीब 25 साल पहले शिवलिंग के अर्घा को सोने से मढ़ा गया था। उस समय शिवलिंग और सोने की परत एक समान थी, यानी कोई भी फासला नहीं था। अब स्थिति ये है कि शिवलिंग नीचे धंस गया है और सोने की परत ऊपर दिखाई देने लगी है, जिससे करीब 17 मिमी की खाली जगह बन गई है।
जूना अखाड़ा ने उठाई आवाज
मामले को लेकर जूना अखाड़ा के पदाधिकारियों ने चिंता जताई है। अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरी महाराज, प्रेम गिरि महाराज और उमाशंकर भारती ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि बाबा के पूजन में सावधानी बरतें। मीडिया प्रभारी आशुतोष कुमार अंश ने बताया कि उज्जैन के महाकालेश्वर और रामेश्वरम जैसे मंदिरों में भी ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां प्रशासन ने कड़े कदम उठाए।
पुरातत्व विभाग भी कर चुका है जांच
करीब तीन साल पहले लखनऊ से आई पुरातत्व विभाग की टीम ने भी शिवलिंग की लंबाई में 5 मिमी की कमी दर्ज की थी। अब मंदिर प्रबंधन ने खुद माप की तो कुल लंबाई 17 मिमी कम पाई गई।
भीड़ बढ़ा रही दबाव
छोटी काशी कहे जाने वाले इस मंदिर में हर दिन करीब 50 हजार श्रद्धालु पहुंचते हैं। सावन के सोमवार को ये संख्या 4 से 5 लाख तक पहुंच जाती है। इतनी भारी भीड़ में शिवलिंग पर जल, बेलपत्र और दूसरे पूजन सामग्री के साथ-साथ रगड़ से भी नुकसान पहुंच रहा है।
श्रद्धा जरूरी, सावधानी और भी जरूरी
जूना अखाड़ा के संरक्षक हरि गिरि महाराज ने कहा, “शिवलिंग पर जल की पतली धार से अभिषेक करें, केमिकल युक्त जल या अन्य सामग्री का प्रयोग न करें, और न ही कोई वस्तु घिसें। बाबा के दर्शन-पूजन में भक्ति के साथ विवेक भी जरूरी है।”
फिलहाल मंदिर प्रशासन अपीलों के सहारे है, लेकिन जल्द ही दिशा-निर्देशों को कठोर रूप देने की तैयारी है।
भक्तों की आस्था को संरक्षित रखना है तो उन्हें भी अपने आचरण पर ध्यान देना होगा।

Avneesh Mishra is a young and energetic journalist. He keeps a keen eye on sports, politics and foreign affairs. Avneesh has done Post Graduate Diploma in TV Journalism.
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