राजस्थान पुलिस में बड़ा फेरबदल: भिवाड़ी में प्रशांत किरण बने नए एसपी, 91 IPS अफसरों के तबादले

0
ayzg4n_1752943190

Rajasthan News Desk: राजस्थान सरकार ने शनिवार, 19 जुलाई 2025 को एक बड़े तबादले के तहत कुल 91 IPS अधिकारियों के पोस्टिंग में परिवर्तन किया। इसमें भिवाड़ी, जयपुर से लेकर प्रदेश के अन्य जिलों तक कई अहम जगहों पर नियुक्तियाँ शामिल हैं।


मुख्य तबादले और ताज़ा नियुक्तियाँ

  • भिवाड़ी में नया प्रभारी पुलिस अधीक्षक (SP) प्रशांत किरण ने पदभार ग्रहण किया। इससे पहले वह अन्य रेंज/डिपार्टमेंट में तैनात थे।
  • जयपुर: ज्येष्ठा मैत्रेयी, जो भिवाड़ी SP थीं, अब उन्हें CID-CB, जयपुर (कानून और व्यवस्था से जुड़ी विशेष शाखा) में भेजा गया है।
  • कुल 91 IPS अधिकारियों के तबादलों के साथ 31 जिलों में SP और 6 पुलिस रेंजों में IG स्तर पर नियुक्तियाँ की गईं।

प्रशासन की नई रणनीति: क्या है मकसद?

राजस्थान सरकार का कहना है कि यह तबादला लम्बे समय से बिना संरचना एकरसता के चले आ रहे पुलिस प्रशासन की कार्यशैली में “नया परिचय और सक्रियता लाने” की दिशा में एक गंभीर पहल है। सरकार का उद्देश्य कानून व्यवस्था को मजबूत बनाना और कार्यकुशलता को बेहतर करना बताया जा रहा है।

महत्वपूर्ण तफ़सील: कौन-क्यों से बदला गया?

पदनामपास की भूमिकानई पोस्टिंग
SP, Bhivadiज्येष्ठा मैत्रेयीभिवाड़ी SPSP, CID-CB, जयपुर
SP, भिवाड़ीनई नियुक्तिप्रशांत किरण
अन्य SP एवं IG30+ जिलों मेंविभिन्न रेंज और जिलेनए पुलिस अधीक्षक/IG बनाए गए

कुल 31 जिलों में SP स्तर पर नई नियुक्तियाँ की जा चुकी हैं।

राजस्थान की 6 पुलिस रेंजों (IG स्तर) में से 5 में बदलाव हुए हैं।

ज्येष्ठा मैत्रेयी का ट्रांसफर: क्यों हुआ तबादला?

2024 में भिवाड़ी में SP रहते हुए ज्येष्ठा मैत्रेयी का मोबाइल उनकी टीम द्वारा निगरानी किए जाने का बड़ा विवाद सामने आया था। उनके मोबाइल लोकेशन को साइबर सेल ने बार-बार ट्रैक किया था, जिस पर 7 अफसर सस्पेंड किए गए थे। इस घटना ने बड़े पैमाने पर सवाल खड़े किए और अब सीआईडी-सीबी चलाने के लिए जयपुर भेज कर उन्हें विशेष भूमिका दी गई है, जो पुलिस उच्च अधिकारियों पर निगरानी भी कर सकता है।

प्रशांत किरण कौन हैं?

प्रशांत किरण एक अनुभवी IPS अधिकारी हैं, जिन्हें कानून व्यवस्था बेहतर बनाए रखने और स्थानीय पुलिस तंत्र को नई दिशा देने की जिम्मेदारी दी गई है। भिवाड़ी में उनकी तैनाती इस उद्देश्य को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


या फिर रणनीतिक उद्देश्यों का हिस्सा?

विशेषज्ञों का कहना है कि यह तबादला केवल सामान्य प्रशासनिक परिवर्तन नहीं है, बल्कि प्रदेश में नए नेतृत्व को आज़माने और कानून व्यवस्था के ढांचे को मजबूत करने की एक रणनीतिक रूपरेखा है। आने वाले दिनों में इनसानों की कार्यप्रणाली को नयी दिशाएं मिल सकती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *