125 वर्षों में सबसे अधिक बारिश वाला मई, लेकिन राजस्थान और उत्तर भारत अब भी झुलसा रहा

रिकॉर्ड तोड़ बारिश: मई 2025 बना इतिहास
Weather News Desk: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की रिपोर्ट के अनुसार मई 2025 देश के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक वर्षा वाला महीना साबित हुआ। पूरे भारत में औसतन 126.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो कि दीर्घकालिक औसत 61.4 मिमी से 106 प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़ा 1901 से अब तक दर्ज किए गए सभी वर्षों में सबसे अधिक है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की समय से पहले दस्तक
इस असामान्य वर्षा के पीछे सबसे बड़ा कारण रहा दक्षिण-पश्चिम मानसून का सामान्य तिथि से आठ दिन पहले, 24 मई को केरल में दस्तक देना। इसके साथ ही देश के कई हिस्सों में गरज-चमक और आंधी के साथ रुक-रुक कर बारिश होती रही, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई।

कई क्षेत्रों में सामान्य से कम रहा तापमान
मई महीने में देश का औसत अधिकतम तापमान 35.08 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.07 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से क्रमशः 1.52 और 0.10 डिग्री सेल्सियस कम रहा। इससे स्पष्ट होता है कि इस बार मई में आमतौर पर महसूस की जाने वाली भीषण गर्मी में कुछ राहत रही।
राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर जारी
दूसरी ओर, राजस्थान में गर्मी ने विकराल रूप ले लिया है। श्रीगंगानगर में तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। बीकानेर में 46.0, बाड़मेर में 45.9, चुरू में 45.6 और फालोदी में 45.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 11 जून तक राज्य के कई इलाकों में तापमान 45 से 47 डिग्री के बीच बना रह सकता है और भीषण लू चलने की संभावना है।
उत्तर भारत में लू और धूप का कहर
कानपुर और उन्नाव में भी तापमान लगातार 42 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। सुबह से ही तेज धूप और गर्म हवाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। लोग दोपहर के समय घरों में रहने को मजबूर हैं और सड़कों पर आवाजाही बहुत कम देखी जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने और अधिक से अधिक जल सेवन की सलाह दी है।
बरसात से राहत, गर्मी से बेचैनी
जहां एक ओर देश के अनेक हिस्सों में बारिश ने गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर पश्चिमी और उत्तरी भारत के कुछ क्षेत्रों में गर्मी अब भी चरम पर है। आने वाले दिनों में मानसून की रफ्तार और तापमान में संभावित उतार-चढ़ाव पर मौसम विभाग की पैनी नजर बनी हुई
मई 2025 जहां वर्षा के लिहाज से ऐतिहासिक रहा, वहीं देश के कुछ हिस्सों में गर्मी का कहर थमा नहीं। यह साफ है कि मौसम के पैटर्न में हो रहे परिवर्तन अब साफ तौर पर महसूस किए जा सकते हैं — कभी रिकॉर्ड बारिश, तो कभी असहनीय लू। यह समय है सजग रहने का और मौसम की चेतावनियों को गंभीरता से लेने का।

Avneesh Mishra is a young and energetic journalist. He keeps a keen eye on sports, politics and foreign affairs. Avneesh has done Post Graduate Diploma in TV Journalism.