लॉस एंजिलिस जल उठा: ट्रंप की आव्रजन नीति के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक, स्वचालित वाहन फूंके, राजमार्ग जाम

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भारी पुलिस बल, आंसू गैस, फ्लैश बैंग और रबर बुलेट्स के बीच प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों में तीखी झड़पें; हिरासत केंद्र के बाहर वेमो टैक्सियों को किया आग के हवाले
World News Desk: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विवादास्पद आव्रजन नीतियों और लॉस एंजिलिस में नेशनल गार्ड की तैनाती के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो उठा। तीसरे दिन भी शहर में तनावपूर्ण हालात बने रहे, जब हजारों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर विरोध दर्ज कराया।

लॉस एंजिलिस के महानगरीय हिरासत केंद्र (Metro Detention Center) के बाहर प्रदर्शनकारी अचानक बेकाबू हो गए और बहुउद्देशीय वेमो टैक्सियों (Waymo Taxis) में आग लगा दी। ये वाहन इलेक्ट्रिक और स्वचालित थे, जो धमाकों के साथ जल उठे। धुएं का गुबार आसमान तक पहुंचा और रह-रह कर विस्फोट की आवाजें गूंजती रहीं।
भीड़ का कहर: गाड़ियों में आग, जवानों पर हमला, राजमार्ग अवरुद्ध
विरोध प्रदर्शन तब उग्र हो गया जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने हिरासत केंद्र के पास तैनात सैन्य जवानों की ओर बढ़ने की कोशिश की। उन्हें रोकने के लिए पुलिस और वर्दीधारी अधिकारियों ने आंसू गैस, फ्लैश बैंग और रबर की गोलियों का इस्तेमाल किया। फ्लैश बैंग ग्रेनेड की गूंज हर कुछ सेकंड में पूरे क्षेत्र में सुनाई दी।
इस बीच प्रदर्शनकारियों ने चार स्वचालित कारों को फूंक डाला। कुछ ने राजमार्ग 101 को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया। पुलिस पर आतिशबाजी, कंक्रीट के टुकड़े, पत्थर और यहां तक कि इलेक्ट्रिक स्कूटर तक फेंके गए। हालात इतने बिगड़े कि अधिकारियों को पुल के नीचे छिपना पड़ा।

सैन्य तैनाती पर विवाद, गिरफ्तारियां तेज़, गवर्नर का केंद्र पर निशाना
स्थिति बिगड़ते देख, 300 से ज्यादा नेशनल गार्ड सैनिक मौके पर तैनात कर दिए गए, जिससे स्थानीय नागरिकों में भय और आक्रोश फैल गया। गवर्नर गेविन न्यूजॉम ने केंद्र सरकार की सैन्य तैनाती को “राज्य संप्रभुता का उल्लंघन” बताते हुए ट्रंप से जवानों को हटाने की अपील दोहराई।
प्रदर्शनकारियों के पास हथियार और डंडे देखे गए। कई बंदूकें लहराते हुए ‘शर्म करो’, ‘वापस जाओ’ जैसे नारे लगाते रहे। कुछ को मोलोटोव कॉकटेल फेंकने और मोटरसाइकिल से पुलिस पर टक्कर मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

ट्रंप की नीति के खिलाफ लोगों में गुस्सा चरम पर
यह लगातार तीसरा दिन था जब ट्रंप की आव्रजन नीति के विरोध में लॉस एंजिलिस हिंसा की गिरफ्त में आया। प्रदर्शन अब केवल शांतिपूर्ण विरोध नहीं रह गया है, बल्कि यह अब सुरक्षा व्यवस्था और लोकतांत्रिक संतुलन की परीक्षा बन चुका है।
जहाँ एक ओर प्रशासन भीड़ पर नियंत्रण के लिए सख्ती बरत रहा है, वहीं दूसरी ओर नागरिक अधिकार संगठनों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों की आवाज़ को दबाने की कोशिश लोकतंत्र के लिए खतरा है।

Avneesh Mishra is a young and energetic journalist. He keeps a keen eye on sports, politics and foreign affairs. Avneesh has done Post Graduate Diploma in TV Journalism.