दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे का कायाकल्प अगस्त से शुरू, दो साल में पूरा होगा काम

अगस्त से नए रूप में ढलने लगेगा दिल्ली-गुरुग्राम हाईवे
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे की जर्जर हालत को देखते हुए एनएचएआई ने इसके संपूर्ण कायाकल्प का फैसला लिया है। अगस्त 2025 से सुधार कार्य की शुरुआत होगी। पूरा प्रोजेक्ट दो साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
सीपी अरोड़ा इंजीनियर्स को सौंपी गई ज़िम्मेदारी
सड़क सुधार का कार्य सीपी अरोड़ा इंजीनियर्स को सौंपा गया है। मानसून खत्म होते ही अगस्त से पहले चरण में रेलिंग और सड़क की मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा। खराब हो चुकी सड़क की परतों को हटाकर नई लेयर डाली जाएगी।
जलभराव की समस्या से मिलेगा छुटकारा
एक्सप्रेसवे की सर्विस लेन अक्सर जलभराव से प्रभावित रहती है। इस बार सर्विस लेन की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी ताकि बरसात में पानी जमा न हो। साथ ही, पूरे मार्ग में ड्रेनेज सिस्टम को भी दुरुस्त किया जाएगा।
फोकस में होगा सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट
काम के दौरान एक्सप्रेसवे की सुरक्षा बढ़ाने के लिए नए डिवाइडर, गार्ड रेल, रोड साइनेज और लाइटिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। लेन मार्किंग को और स्पष्ट किया जाएगा ताकि रात के समय वाहन चालकों को आसानी हो।
एनएचएआई लेगा नियमित फीडबैक
एनएचएआई इस प्रोजेक्ट की लगातार निगरानी करेगा। निर्माण की गुणवत्ता को लेकर साप्ताहिक रिपोर्ट ली जाएगी और जनता से फीडबैक लेकर सुधार किए जाएंगे। यात्रियों को सड़क पर किसी भी असुविधा से बचाने के लिए विशेष ट्रैफिक डायवर्जन की व्यवस्था भी की जाएगी।
चरणबद्ध ढंग से होगा काम
अगस्त 2025: रेलिंग, गड्ढा मरम्मत, मार्किंग
दिसंबर 2025 तक: सर्विस लेन ऊंचाई और जल निकासी
2026 में: स्ट्रक्चर, फ्लाईओवर और सिग्नल सिस्टम का सुधार
जुलाई 2027: सभी कार्यों का समापन
रोजाना लाखों यात्रियों को मिलेगा लाभ
दिल्ली-गुरुग्राम हाईवे देश के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है। रोजाना लाखों यात्री इस रूट से सफर करते हैं। वर्तमान में खराब सड़क और जलभराव से परेशानी होती है, लेकिन आने वाले समय में यह मार्ग हाईटेक सुविधाओं और सुरक्षित सफर के लिए जाना जाएगा।

Avneesh Mishra is a young and energetic journalist. He keeps a keen eye on sports, politics and foreign affairs. Avneesh has done Post Graduate Diploma in TV Journalism.