यूपी पंचायत चुनाव: कांग्रेस लड़ेगी अकेले, 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू

Lucknow News Desk: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने पंचायत चुनावों को अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है और इसे 2027 के विधानसभा चुनावों की रणभेरी बताया है। सोमवार को लखनऊ स्थित प्रदेश मुख्यालय में हुई बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि संगठन सृजन अभियान अब सिर्फ कार्यकारिणी गठन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह जनता से जुड़ाव और सशक्त संगठन की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
संगठन सृजन अभियान का पहला चरण 15 अगस्त तक
संगठन सृजन अभियान की समीक्षा बैठकें 16 जुलाई से पश्चिम जोन के मेरठ से शुरू हुई थीं। 17 जुलाई को ब्रज जोन के अलीगढ़, बुंदेलखंड के झांसी, प्रयाग जोन के प्रयागराज और पूर्वांचल के गोरखपुर में समीक्षा बैठकों का आयोजन हुआ। सोमवार को यह सिलसिला लखनऊ पहुंचा, जहां नेताओं ने बूथ स्तर तक मजबूत पकड़ बनाने का संकल्प दोहराया।
प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने बैठक में कहा कि “यह अभियान सिर्फ कार्यकारिणी गठित करने के लिए नहीं है, बल्कि यह 2027 में सत्ता परिवर्तन का आधार है। आगामी पंचायत चुनावों में कांग्रेस अकेले उतरेगी और यहीं से हमारा असली संघर्ष शुरू होगा।”
23 जुलाई को कांग्रेस का प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने ऐलान किया कि मंगलवार 23 जुलाई को प्रदेशभर के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन का कारण बिजली कटौती, निजीकरण और यूरिया खाद की किल्लत है। यह प्रदर्शन जिला, तहसील और ब्लॉक मुख्यालयों पर किया जाएगा, जहां कार्यकर्ता ज्ञापन भी देंगे।
जनता का आक्रोश, 2027 का संकल्प
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा, “जनता का आक्रोश दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। अब वह समय दूर नहीं जब लोग अपने वोट की चोट से इस तानाशाही सरकार को बदल देंगे।” उन्होंने कहा कि संगठन को बूथ स्तर तक सक्रिय किया जाएगा, और इसी के दम पर पंचायत चुनावों में मजबूती दिखाई जाएगी।
वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी
बैठक में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे, जिनमें पूर्व सांसद पी.एल. पुनिया, एपी गौतम, रवि प्रकाश वर्मा, विधायक वीरेंद्र चौधरी, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, अनिल यादव सहित कई प्रमुख चेहरे शामिल रहे।

Avneesh Mishra is a young and energetic journalist. He keeps a keen eye on sports, politics and foreign affairs. Avneesh has done Post Graduate Diploma in TV Journalism.