चीन ने कहा – भारत सीमा विवाद ‘जटिल’, पर परिसीमन वार्ता को तैयार

Central News Desk: चीनी विदेश कार्यालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा है कि चीन और भारत के बीच सीमा विवाद “काफी जटिल” है और समाधान में समय लगेगा, लेकिन दोनों देशों को परिसीमन (delimitation) पर बातचीत करने के लिए तैयार हैं ।
उनके बयान के प्रमुख अंश इस प्रकार हैं:
“हम सीमा विवाद को सुलझाने के लिए परिसीमन पर चर्चा के लिए तैयार हैं।”
“सीमा का मुद्दा जटिल है और इसे सुलझाने में समय लगेगा।”
दोनों देशों ने 23 वार्ता दौर पूरे कर लिए हैं और अब राजनीतिक मार्गदर्शक सिद्धांतों पर सहमति हुई है
“हम बातचीत जारी रखने और सीमांत क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
यह बयान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके चीनी समकक्ष डोंग जुन के क़िंगदाओ (शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन रक्षा मंत्रियों की बैठक) में वार्ता के बाद आया है, जहां सीमा मुद्दे को स्थायी रूप से सुलझाने और विश्वास बहाली (trust-building) पर जोर दिया गया ।
चीन ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल कोई समयसीमा नहीं दी जा सकती, लेकिन डायलग शुरू करने को तैयार है। सीमा प्रबंधन, शांतिपूर्ण माहौल और द्विपक्षीय सहयोग की दिशा में यह एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है ।
Galwan 2020 की पृष्ठभूमि
15-16 जून 2020 को गलवान घाटी में हुए खूनी झड़प में 20 भारतीय और 4 चीनी सैनिक शहीद हुए थे, जिससे भारत-चीन संबंधों में बढ़ा तनाव ।
इसके बाद से दोनों देशों के बीच सीमा पर सैन्य तनाव लगातार बना हुआ था, लेकिन अक्टूबर 2024 में अलगाव समझौते के बाद गतिरोध को कम करने की प्रक्रिया शुरू हुई ।
आगे का रास्ता
23 दौर की वार्ता के बाद अब परिसीमन की दिशा में अगला कदम उठाया जा सकता है।
भारत ने स्थायी समाधान, सीमाओं की स्पष्ट रूपरेखा, और विश्वास बहाली पर जोर दिया है ।
चीन का कहना है कि वह संवाद चलता रहेगा, लेकिन इसे समय और धैर्य की आवश्यकता है ।

Avneesh Mishra is a young and energetic journalist. He keeps a keen eye on sports, politics and foreign affairs. Avneesh has done Post Graduate Diploma in TV Journalism.