तुंगनाथ में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब: 24 दिनों में 21 हजार से ज्यादा तीर्थ यात्री पहुंचे दर्शन को

Central News Desk: पंचकेदारों में तीसरे केदार के रूप में प्रसिद्ध भगवान तुंगनाथ के धाम में इस वर्ष रिकॉर्डतोड़ श्रद्धालु दर्शनों को पहुंच रहे हैं। यात्रा के केवल 24 दिनों में ही यहां 21,000 से अधिक तीर्थयात्री दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं, जो बीते वर्षों की तुलना में एक नया कीर्तिमान है।
हर दिन 700 से 1000 श्रद्धालु पहुंच रहे दर्शन को
भगवान तुंगनाथ के कपाट इस वर्ष 2 मई को विधिवत पूजा-अर्चना के साथ खोले गए थे। उसके बाद से प्रतिदिन औसतन 700 से 1000 के बीच श्रद्धालु इस आध्यात्मिक स्थल पर पहुंच रहे हैं। पैदल चढ़ाई, शांत वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य के बीच स्थित यह धाम भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।
तीर्थाटन के साथ पर्यटन को भी बढ़ावा
यात्रियों की संख्या में इस अभूतपूर्व वृद्धि ने न सिर्फ तीर्थाटन को नया आयाम दिया है, बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन को भी उल्लेखनीय बढ़ावा दिया है। बड़ी संख्या में स्थानीय गाइड, टट्टू व्यवसायी, होटल व्यवसायी एवं दुकानदारों को प्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त हो रहा है। इससे पर्वतीय क्षेत्रों की आर्थिकी को मजबूती मिली है।
स्थानीय प्रशासन की व्यवस्थाएं सराहनीय
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर भी व्यापक तैयारियां की गई हैं। स्वास्थ्य, सुरक्षा और सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आपदा प्रबंधन दल भी सतर्कता के साथ तैनात हैं, जिससे यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित और सुविधाजनक बनी हुई है।
तुंगनाथ धाम न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है, बल्कि यह विश्व का सबसे ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिर भी है। समुद्रतल से करीब 3,680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह धाम प्रकृति प्रेमियों और साधकों के लिए भी एक अनोखा अनुभव प्रस्तुत करता है।
भक्तों की श्रद्धा और प्रकृति की गोद में बसे तुंगनाथ धाम की यह यात्रा इस वर्ष कई मायनों में ऐतिहासिक बनती जा रही है।