महिला हेल्पडेस्क की पहल रंग लाई: 25 विवादित दंपतियों ने एक-दूजे का थामा हाथ

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उन्नाव पुलिस की अनोखी पहल से टूटते रिश्तों को मिला नया मोड़

Central News Desk: उन्नाव पुलिस द्वारा संचालित महिला हेल्पडेस्क की काउंसलिंग पहल ने समाज में सकारात्मक बदलाव की मिसाल पेश की है। जिले के पुलिस अधीक्षक श्री दीपक भुकर के कुशल नेतृत्व में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में 25 ऐसे पति-पत्नी जो आपसी विवाद के कारण अलग हो चुके थे, उन्हें फिर से एक करने में सफलता हासिल हुई।

पारिवारिक काउंसलिंग से सुलझे रिश्तों के उलझे धागे

पुलिस लाइन उन्नाव में आयोजित इस विशेष काउंसलिंग शिविर में महिला हेल्पडेस्क की टीम ने परामर्शदाताओं की सहायता से प्रत्येक जोड़े की समस्याएं सुनीं और उन्हें आपसी संवाद के ज़रिये समाधान की राह दिखाई। लंबे समय से अलग रह रहे कई दंपतियों ने कार्यक्रम के अंत में बिना किसी दबाव के साथ रहने का निर्णय लिया।

कई थानों से बुलाए गए थे विवादित दंपति

यह अभियान सिर्फ शहर तक सीमित नहीं था। महिला हेल्पडेस्क ने जनपद के विभिन्न थानों जैसे अजगैन, सफीपुर, फतेहपुर चौरासी, बारासगवर, औरास, बांगरमऊ, गंगाघाट, बिहार और हसनगंज से चयनित 25 जोड़ों को आमंत्रित किया था। अधिकतर थानों से एक या दो जोड़े आए थे, जिन्होंने आपसी समझ से अपने संबंधों को फिर से मजबूत करने की इच्छा जताई।

टीमवर्क ने निभाई अहम भूमिका

इस सफल आयोजन में अपर पुलिस अधीक्षक श्रीमती आशा श्रीवास्तव, प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र डॉ. मीनू सिंह, श्रीमती रेखा सिंह, श्रीमती रीता अवस्थी, श्रीमती शिल्पी श्रीवास्तव एवं श्रीमती सीमा रघुवंशी ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इनके साथ-साथ महिला हेल्पडेस्क प्रभारी उपनिरीक्षक राजरानी व उनकी टीम—मुख्य आरक्षी सरोज यादव, रीता यादव, आरक्षी सपना, दीपा सिंह, प्रीति, पूजा, शीलू, सोनम—ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

समाज में सौहार्द और संवाद को बढ़ावा

यह पहल सिर्फ कानूनी विवादों को सुलझाने का प्रयास नहीं थी, बल्कि टूटते हुए परिवारों को बचाने की एक संवेदनशील कोशिश थी। उन्नाव पुलिस की यह मुहिम न केवल कानून और व्यवस्था का पालन करवाने की मिसाल है, बल्कि सामाजिक सौहार्द और पारिवारिक मूल्यों को भी मजबूती देने वाला कदम है।

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