इंदौर हनीमून कपल केस: मानव तस्करी की आशंका, सीबीआई जांच की सिफारिश और सोनम की तलाश जारी

0
ho6h05b4_indore-couple_625x300_05_June_25

NDTV.IN

शादी के 12 दिन बाद हनीमून पर गया जोड़ा, 3 दिन में हुआ लापता


Central News Desk: इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी के मेघालय में अचानक लापता होने और फिर राजा की लाश मिलने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। यह मामला अब सीबीआई जांच की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। इस संबंध में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सीबीआई जांच की सिफारिश की है। वहीं सोनम की तलाश अब भी जारी है, लेकिन खराब मौसम ने सर्च ऑपरेशन को कठिन बना दिया है।

चेरापूंजी के ‘लिविंग रूट ब्रिज’ देखने के बाद से दोनों लापता
11 मई को शादी के बंधन में बंधे राजा और सोनम 20 मई को हनीमून मनाने मेघालय के शिलांग पहुंचे थे। 23 मई को दोनों चेरापूंजी के नोंग्रियाट गांव स्थित ‘लिविंग रूट ब्रिज’ घूमने के बाद अचानक लापता हो गए। इसके बाद 2 जून को राजा की लाश 20 किलोमीटर दूर एक गहरी खाई में मिली। शव की हालत और घटनास्थल की दूरी को देखते हुए पुलिस ने हत्या और साक्ष्य मिटाने का मामला दर्ज किया है।

सोनम अब भी लापता, परिवार को अपहरण का शक
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे चिंताजनक बात यह है कि सोनम अब भी लापता है। परिजनों का कहना है कि यह कोई साधारण हादसा नहीं, बल्कि किसी बड़े गिरोह की साजिश हो सकती है। सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने यहां तक कहा है कि उन्हें शक है कि उनकी बेटी का अपहरण कर उसे मानव तस्करों के हवाले कर दिया गया है।

मेघालय पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
परिजनों ने मेघालय पुलिस की जांच पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि जांच की शुरुआत से ही लापरवाही बरती गई। अगर समय रहते सेना को सर्च ऑपरेशन में लगाया गया होता, तो शायद राजा की जान बचाई जा सकती थी और सोनम को भी सुरक्षित वापस लाया जा सकता था। पीड़ित परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से दो दिनों के भीतर सीबीआई को मामले की जांच सौंपने की अपील की है।

सामाजिक संगठनों ने भी उठाई जांच की मांग
राजा के भाई विपिन रघुवंशी और अखंड रघुवंशी क्षत्रिय महापरिषद के प्रतिनिधियों ने संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सोनम की जान को हर पल खतरा बढ़ता जा रहा है। वे इस मामले को महज लापता या हादसे की श्रेणी में नहीं मानते, बल्कि इसे सुनियोजित अपराध मानते हैं।
मौसम की मार भी अब खोज अभियान में बड़ी रुकावट बन गई है। मेघालय के घने जंगलों, भारी बारिश और आंधी-तूफान के कारण राहत दलों को गहरी खाइयों और कठिन इलाकों में काम करने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

मुख्यमंत्री मोहन यादव का बयान – हरसंभव प्रयास जारी
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार इस संकट की घड़ी में सोनम के परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने बताया कि राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मेघालय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं। साथ ही उन्होंने विश्वास दिलाया कि सोनम की सुरक्षित वापसी के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

CBI जांच की मांग तेज, केंद्र सरकार के कदम पर टिकी निगाहें
यह मामला अब एक परिवार की पीड़ा से उठकर देशभर की चिंता का विषय बन गया है। एक ओर हनीमून जैसे सुखद मौके पर गए नवविवाहित जोड़े का दुखद अंत, और दूसरी ओर जांच एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर सवाल—इन दोनों के बीच एक बेटी की जिंदगी दांव पर है। अब देखना है कि केंद्र सरकार इस मामले को किस दिशा में ले जाती है और क्या सोनम सुरक्षित मिल पाएंगी या यह रहस्य और भी गहराता जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *