अक्षय तृतीया पर सोने की बिक्री घटी, लेकिन कीमतों में उछाल से मूल्यगत मांग रही स्थिर

KANPUR: अक्षय तृतीया पर इस बार देशभर में ऊंची कीमतों के बावजूद लोगों ने निवेश के तौर पर सोने के सिक्कों और बार की खरीद पर ज्यादा ध्यान दिया। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, इस साल अक्षय तृतीया पर लगभग 18-19 टन सोने की बिक्री हुई, जो पिछले साल के 25 टन के मुकाबले करीब 31-39% कम है।
हालांकि, कीमतों में तेज़ी के चलते मूल्य के लिहाज से मांग में कोई खास गिरावट नहीं देखी गई। पिछले साल अक्षय तृतीया पर सोने का दाम 73,200 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो अब बढ़कर 98,550 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है—यह करीब 34.63% की बढ़ोतरी है।

अक्षय तृतीया पर खरीदारी करने एक ब्रांडेड शोरूम पहुंचे बिज़नेसमैन पंकज शर्मा ने बताया कि सोने का भाव आसमान को छू रहा है, लेकिन अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शगुन माना जाता है। हमारे परिवार में इस त्यौहार पर सोना खरीदने की परंपरा चली आ रही है जिसे तोड़ा नहीं जा सकता है। इसलिए जेब और परंपरा दोनों का ध्यान रखते हुए शगुन के लिए खरीदारी की है। वहीं सीनियर होमिओपेथी डॉक्टर हेमंत मोहन भी अक्षय तृतीया पर परिवार के साथ खरीदारी करने निकले। उन्होंने बताया कि शगुन के साथ ही ये अच्छा इन्वेस्टमेंट भी साबित होता है।
कानपुर के बिरहाना रोड स्थित एक बड़े ज्वैलरी शोरूम के ओनर ने बताया कि ये बात तो सच है कि सोने की कीमत ज्यादा होने से सोना पिछले साल के मुकाबले कम बिका है। लेकिन ये बात भी सच है कि कीमत ज्यादा होने की वजह से कुल बिक्री लगभग बराबर ही रही है। इस बार ज्यादातर लोगों ने सोने की खरीदारी इन्वेस्टमेंट के हिसाब से की है।
वहीं सोने चांदी के थोक व्यापारी अजय बाजपई ने बताया कि हर साल की तरह ही इस बार भी अक्षय तृतीया का पर्व बहुत अच्छा रहा। कानपुर की जनता ने खूब खरीदारी की है। मार्किट में पूरे दिन सोने जैसी चमक छाई रही।

Avneesh Mishra is a young and energetic journalist. He keeps a keen eye on sports, politics and foreign affairs. Avneesh has done Post Graduate Diploma in TV Journalism.