ऑपरेशन सिंदूर की गूंज: पाकिस्तान ने लौटाया BSF जवान, 20 दिन बाद अटारी बॉर्डर से घर वापसी

0
images (1)

Central News Desk: भारत- पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात के बीच एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पीके साहू, जिन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने 23 अप्रैल को हिरासत में लिया था, 20 दिन बाद सकुशल भारत लौट आए हैं। अटारी बॉर्डर के रास्ते साहू की वापसी संभव हो सकी है, जो भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की रणनीतिक सफलता का एक अहम नतीजा मानी जा रही है।

ऑपरेशन सिंदूर से थर्राया पाकिस्तान

22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाक अधिकृत क्षेत्रों में स्थित आतंकी शिविरों पर जबरदस्त एयर स्ट्राइक कर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन के तहत भारत ने न केवल 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया, बल्कि पाकिस्तान के 11 एयरबेस को भी व्यापक नुकसान पहुंचाया। इस सख्त सैन्य कार्रवाई से पाकिस्तान की स्थिति अस्थिर हो गई और उसकी ओर से डी-एस्केलेशन के संकेत आने लगे।

BSF जवान की रिहाई में ऑपरेशन सिंदूर की भूमिका

23 अप्रैल को फिरोजपुर बॉर्डर पर गश्त के दौरान BSF जवान पीके साहू अनजाने में पाकिस्तानी सीमा में चले गए थे, जहां उन्हें पाक रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद भारतीय अधिकारियों ने लगातार फ्लैग मीटिंग्स के जरिए पाकिस्तानी पक्ष से संपर्क बनाए रखा। भारत के सख्त रुख और सैन्य दबाव के बीच पाकिस्तान ने सीजफायर की सहमति दी और उसी के तहत पीके साहू की रिहाई को मंजूरी दी।

पत्नी रजनी साहू का भावुक बयान

साहू की पत्नी रजनी साहू ने मीडिया से बातचीत में अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा,

“बीएसएफ ने हमें पीके साहू की रिहाई की जानकारी दी है। मैं दिल्ली जा रही हूं उनसे मिलने के लिए। वह 20 से ज्यादा दिन पाकिस्तान में रहे, आप समझ सकते हैं कि मेरे मन में कितना डर था। मैं बहुत खुश हूं कि वह अब वापस आ गए हैं। मैं अभी भी उनके लिए लड़ रही हूं।”

दोनों देशों के बीच तनाव में नरमी

इस घटनाक्रम के बाद भारत ने भी पाकिस्तानी रेंजर्स के एक जवान, जिसे हाल ही में पकड़ा गया था, को वापस लौटा दिया है। दोनों देशों के डीजीएमओ स्तर पर डी-एस्केलेशन की वार्ता भी जारी है और सीमा पर तनाव को कम करने के उपायों पर सहमति बन रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *