अलीगढ़ में अवैध हथियार फैक्टरी का भंडाफोड़, 32 तमंचे बरामद, तीन शातिर गिरफ्तार

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Central News Desk: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में एसटीएफ बरेली यूनिट और थाना क्वार्सी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अवैध हथियारों की बड़ी फैक्टरी का खुलासा हुआ है। 8 जुलाई को की गई इस छापेमारी में तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि मौके से भारी मात्रा में बने व अधबने तमंचे, उपकरण और अन्य सामग्री बरामद हुई है।


मकान के अंदर चल रही थी फैक्टरी, आधुनिक उपकरणों से बनते थे तमंचे

पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना क्वार्सी क्षेत्र के नगला पटवारी स्थित मौलाना आजाद नगर की गली नंबर 4 में एक मकान में अवैध हथियार फैक्टरी चलाई जा रही है। इस पर एसटीएफ बरेली यूनिट की टीम, उपनिरीक्षक अमित कुमार के नेतृत्व में, क्वार्सी पुलिस के साथ अलीगढ़ पहुंची और मकान पर छापा मारा।

छापेमारी के दौरान पुलिस ने बबलू (निवासी गली नंबर 4, मौलाना आजाद नगर), अरशद (मूल निवासी शिवपुरी थाना छर्रा, हाल निवासी वहीद नगर), और मनोज सिंह (निवासी धनीपुर, महुआखेड़ा) को गिरफ्तार किया।


बरामदगी: 32 तमंचे, 6 अधबने तमंचे, 34 बैरल और आधुनिक उपकरण

फैक्टरी से पुलिस को 32 तैयार तमंचे, 6 अधबने तमंचे, 34 बैरल, दो खोखा कारतूस, तीन मोबाइल फोन, 190 रुपये नकद और हथियार बनाने के अत्याधुनिक उपकरण जैसे वेल्डिंग मशीन, वर्मा आदि मिले। पुलिस का कहना है कि आरोपी हर दिन 25–30 अवैध तमंचे 315 बोर के बनाते थे।


दिल्ली-एनसीआर तक फैला था सप्लाई नेटवर्क

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे बने हुए तमंचे खरीददार मनोज सिंह और पलवल निवासी सलीम को देते थे। ये लोग दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा और अन्य राज्यों में एजेंटों के माध्यम से हथियारों की सप्लाई करते थे। मनोज सिंह ने माना कि वह अरशद और बबलू से हथियार लेकर दिल्ली-पलवल तक पहुंचाता था।


अपराधियों का पुराना आपराधिक इतिहास, कई जिलों में दर्ज हैं मुकदमे

एसटीएफ एएसपी अब्दुल कादिर के अनुसार, बबलू के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है। अरशद के खिलाफ थाना अतरौली व क्वार्सी में चार मुकदमे दर्ज हैं, जबकि मनोज सिंह के खिलाफ गुन्नौर (संभल), अवागढ़ (एटा) और रकाबगंज (आगरा) थानों में मामले दर्ज हैं। सभी आरोपी शातिर किस्म के अपराधी हैं।


नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस, कई आरोपी अभी फरार

पुलिस और एसटीएफ की दो टीमें अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी हैं। मुख्य रूप से फरार पलवल निवासी सलीम को पकड़ने के लिए प्रयास तेज किए गए हैं। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि कहां-कहां और किसे-किसे अवैध हथियार बेचे गए हैं।


अलीगढ़ बना था हथियार सप्लाई का केंद्र

एसटीएफ की जांच से यह साफ हुआ है कि अलीगढ़ में चल रही यह अवैध फैक्टरी आसपास के जिलों में नहीं, बल्कि दिल्ली, एनसीआर और हरियाणा जैसे बड़े शहरों में हथियार पहुंचा रही थी। इससे साफ है कि अपराधियों ने संगठित नेटवर्क तैयार कर रखा था, जो राज्य के बाहर तक फैला हुआ था।


क्वार्सी थाने में मुकदमा दर्ज, जांच जारी

इस मामले में थाना क्वार्सी में केस दर्ज कर लिया गया है। एसटीएफ का कहना है कि बैंक खातों, मोबाइल डेटा और अन्य डिजिटल सबूतों के माध्यम से पूरे गिरोह की परतें खोली जा रही हैं। जल्द ही अन्य फरार आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

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