कथावाचक मुकुट मणि यादव पर FIR के बाद बवाल, ‘अहीर रेजीमेंट’ के नाम पर हिंसा, पुलिस की हवाई फायरिंग, दो दर्जन गिरफ्तार

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Central News Desk: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले का दादरपुर गांव आज एक बार फिर चर्चा में है, जहां कथावाचक मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव के खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद बवाल भड़क गया। कथित छेड़खानी और फर्जी आधार कार्ड जैसे आरोपों में मुकदमा दर्ज होने के बाद ‘अहीर रेजीमेंट’ की मांग करने वाले लोगों ने गांव के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को हवाई फायरिंग तक करनी पड़ी।

क्या है पूरा मामला?

इटावा के दादरपुर गांव में कथावाचक मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव के साथ कथित तौर पर मारपीट और बदसलूकी की गई थी। इस मामले में कथावाचकों के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग जुटने लगे। इसके बाद एक महिला रेनू तिवारी की शिकायत पर कथावाचकों के खिलाफ छेड़खानी, धोखाधड़ी व फर्जी दस्तावेज के आरोपों में एफआईआर दर्ज की गई। इससे नाराज होकर ‘अहीर रेजीमेंट’ समर्थकों और गगन यादव गुट के लोग गांव में प्रदर्शन करने पहुंच गए।

पुलिस और प्रदर्शनकारियों में भिड़ंत

गांव की सीमा पर पहुंचते ही प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन भीड़ बेकाबू हो गई। पुलिस पर पथराव किया गया, जिसमें एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। स्थिति काबू से बाहर होती देख पुलिस ने हवाई फायरिंग की और लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ा। कुछ लोग खेतों की ओर भागे तो कुछ पास के इंटर कॉलेज में छिप गए। पुलिस ने करीब दो दर्जन उपद्रवियों को हिरासत में लिया है।

पुलिस की स्थिति पर बयान

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीशचंद्र ने कहा,

“कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल खराब करने की कोशिश की थी, जिन्हें नियंत्रित कर लिया गया है। अब स्थिति सामान्य है। कुछ वाहनों को सीज किया गया है और पूछताछ जारी है।”

क्या बोले अखिलेश यादव?

इस पूरे घटनाक्रम पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा,

“भाजपा के लोगों ने हमला किया होगा, लेकिन मैं हिंसा के खिलाफ हूं। इसका विरोध करता हूं।”

अब आगे क्या?

गांव में भारी पुलिस बल तैनात है

कथावाचकों की भूमिका की भी जांच जारी है

पीड़िता और कथावाचकों के बयानों को लेकर मामला लगातार पेचीदा होता जा रहा है

‘अहीर रेजीमेंट’ की मांग को लेकर चल रहा विरोध अब राजनीतिक रंग ले रहा है

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