आगरा में धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश: छह राज्यों से 10 आरोपी गिरफ्तार, कोर्ट से 10 दिन की रिमांड

0
agra-news-121793809

Delhi News Desk: उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस और एटीएस ने शनिवार को धर्मांतरण के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया। इस मामले में देश के छह राज्यों से 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों को शनिवार शाम 4:35 बजे सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पुलिस को 10 दिन की रिमांड मिल गई है। पुलिस को इस गिरोह के संबंध आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े होने के संकेत भी मिले हैं।


कोर्ट बना छावनी, भारी सुरक्षा में पेशी

आगरा के दीवानी परिसर को शनिवार को पूरी तरह से खाली करा लिया गया था। कोर्ट परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। कई थानों की फोर्स ने आरोपियों की पेशी के दौरान कोर्ट को चारों ओर से घेर लिया था। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।


छह राज्यों से पकड़े गए आरोपी — पूरी लिस्ट देखें

आरोपी का नाम राज्य

आयशा उर्फ एसबी कृष्णा गोवा
अली हसन उर्फ शेखर राय कोलकाता (प. बंगाल)
ओसामा कोलकाता
रहमान कुरैशी आगरा
अब्बू तालिब मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश)
अबुर रहमान देहरादून (उत्तराखंड)
मोहम्मद अली जयपुर (राजस्थान)
जुनैद कुरैशी जयपुर
मुस्तफा उर्फ मनोज दिल्ली
मोहम्मद अली (दूसरा) जयपुर


सदर क्षेत्र की दो बहनों के गायब होने से खुला राज

यह पूरा मामला 24 मार्च 2021 को शुरू हुआ, जब सदर क्षेत्र की दो नाबालिग बहनें रहस्यमय तरीके से गायब हो गईं। इस केस की जांच जब आगे बढ़ी, तो पुलिस को धर्मांतरण के संगठित गिरोह के सुराग मिले। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी राजीव कृष्ण ने खुद संज्ञान लिया और पुलिस आयुक्त दीपक कुमार व एटीएस की टीम को संयुक्त कार्रवाई का निर्देश दिया।


लव जिहाद और कट्टरपंथ के जरिए धर्मांतरण, ISIS से जुड़ाव के संकेत

डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि यह गिरोह नाबालिग लड़कियों को प्रेम जाल में फंसा कर, लव जिहाद और कट्टरपंथ के जरिए धर्मांतरण करता था। उनके अनुसार,

“गिरोह का काम करने का तरीका आतंकी संगठन आईएसआईएस की सिग्नेचर स्टाइल जैसा है।”

पुलिस के हाथ एक ऐसी पीड़िता की तस्वीर लगी है जिसमें वह AK-47 के साथ दिख रही है, जिससे कट्टरपंथी आतंकी नेटवर्क से जुड़ाव की पुष्टि होती है।


गिरोह के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन: अमेरिका और कनाडा तक फैला जाल

पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि गिरोह के संपर्क अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों तक हैं। इससे साफ है कि यह कोई स्थानीय स्तर की साजिश नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला नेटवर्क है।


छांगुर बाबा गिरोह से अलग है यह नेटवर्क

पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि यह गिरोह कुख्यात ‘छांगुर बाबा गिरोह’ से अलग है। दोनों की कार्यप्रणाली और सदस्यता में कोई मेल नहीं है, हालांकि धर्मांतरण को लेकर रणनीति काफी मिलती-जुलती है।


आगे की कार्रवाई: पुलिस रिमांड में पूछताछ तेज

कोर्ट से 10 दिन की पुलिस रिमांड मिलने के बाद अब एटीएस और पुलिस की संयुक्त टीम सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में नई गिरफ़्तारियों और नेटवर्क के गहरे लिंक सामने आने की उम्मीद है।


सुरक्षा एजेंसियों में अलर्ट, केंद्र को रिपोर्ट भेजी गई

इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए केंद्रीय एजेंसियों को भी रिपोर्ट भेजी गई है। एनआईए और आईबी इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं।


धर्मांतरण की आड़ में कट्टरपंथ की बड़ी साजिश

यह केस एक बार फिर दिखाता है कि कैसे कट्टरपंथी विचारधाराएं नाबालिगों को निशाना बना रही हैं। पुलिस की सक्रियता से एक बड़ा नेटवर्क तो बेनकाब हुआ है, लेकिन यह भी साफ है कि इस लड़ाई में समाज, प्रशासन और न्याय प्रणाली को मिलकर काम करना होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed