धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: दुबई से लेकर बलरामपुर तक फैला जाल

Lucknow News Desk: बलरामपुर की रहने वाली नीतू नवीन रोहरा ने वर्ष 2015 में अपने पति नवीन घनश्याम रोहरा के साथ दुबई जाकर इस्लाम धर्म कबूल किया। दुबई में दोनों ने क्रमशः अपने नाम नसरीन और जलालुद्दीन रख लिए। यह धर्म परिवर्तन मात्र एक निजी निर्णय नहीं था, बल्कि एक सुनियोजित साजिश की पहली कड़ी साबित हुआ।
पांच साल में 19 बार UAE यात्रा, हर बार बदला पैटर्न
UP ATS की जांच में खुलासा हुआ कि 2014 से 2019 के बीच नीतू और नवीन ने कुल 19 बार यूएई की यात्रा की। दोनों साथ गए लेकिन वापसी की तारीखें अलग-अलग पाई गईं। इससे एजेंसियों को शक हुआ कि विदेश में किसी बड़ी योजना का हिस्सा बनकर ये लोग काम कर रहे थे।
नसरीन बनी छांगुर बाबा की दाहिनी हाथ
धर्म परिवर्तन के बाद नीतू का संपर्क छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन से हुआ। चमत्कारी बाबा की आड़ में चल रहे धर्मांतरण नेटवर्क का वह अहम चेहरा बन गई। वह पहले गरीब हिंदू लड़कियों से दोस्ती करती, फिर उन्हें धार्मिक चमत्कारों और आर्थिक मदद का लालच देकर बाबा से मिलवाती थी।
पूरे परिवार को बनाया जाता था निशाना
नीतू का मकसद सिर्फ लड़कियों को नहीं, बल्कि पूरा हिंदू परिवार को धर्मांतरण के लिए तैयार करना था। ATS की रिपोर्ट में सामने आया है कि नसरीन पहले बीमारियों का इलाज, चमत्कार और पैसा दिलाने का वादा करती और फिर उन्हें बाबा के पास भेजती थी।
नवीन रोहरा उर्फ जलालुद्दीन का कर्ज वाला जाल
नसीरीन के पति नवीन रोहरा उर्फ जलालुद्दीन गरीब परिवारों को कर्ज देकर फंसाता था। जब वे परिवार कर्ज नहीं चुका पाते, तब उन्हें मजबूरन धर्म बदलना पड़ता। इस तरह यह जोड़ा मिलकर समाज के कमजोर वर्गों को अपनी साजिश में उलझा रहा था।
70 दिन होटल में रहकर चल रहा था धर्मांतरण तंत्र
ATS की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि छांगुर बाबा और नीतू लखनऊ के विकास नगर स्थित स्टार रूम्स होटल में 70 दिन से एक साथ रह रहे थे। होटल के कमरा नंबर 102 को शुरू में केवल चार दिन के लिए बुक किया गया था लेकिन बाद में बुकिंग बढ़ाई गई। दोनों ने वहां पति-पत्नी के तौर पर रहकर रैकेट का संचालन किया।
शिजर-ए-तैय्यबा किताब बरामद, ATS को मिले अहम सुराग
ATS ने होटल के कमरे से ‘शिजर-ए-तैय्यबा’ नाम की एक संदिग्ध किताब बरामद की है, जिससे अंदेशा है कि धार्मिक कट्टरता फैलाने के उद्देश्य से इसका इस्तेमाल हो रहा था। इस किताब की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
बलरामपुर में 70 कमरों की कोठी, बुलडोजर चला
छांगुर बाबा की बलरामपुर में बनी 70 कमरों की आलीशान कोठी, दरअसल उसकी गर्लफ्रेंड नीतू उर्फ नसरीन के नाम पर है। प्रशासन ने इसे अवैध निर्माण करार देते हुए बुलडोजर कार्रवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को 9 बुलडोजर पहुंचे, लेकिन भारी निर्माण के कारण केवल 20 कमरे ढहाए जा सके। बुधवार को भी कार्रवाई जारी रही।
फरार है मोहम्मद अहमद खान, पुणे में खड़ा किया नेटवर्क
छांगुर बाबा का खास आदमी मोहम्मद अहमद खान अभी फरार है। जांच में सामने आया है कि वह पुणे में बड़ी प्रॉपर्टी खड़ी कर चुका है और वहीं से इस पूरे नेटवर्क का एक हिस्सा संचालित करता था। ATS उसे ढूंढने के लिए कई राज्यों में दबिश दे रही है।
धार्मिक आस्था के नाम पर सुनियोजित ठगी का जाल
यह मामला सिर्फ धर्म परिवर्तन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे मौजूद जाल आर्थिक शोषण, मानसिक भ्रम, और सांप्रदायिक अस्थिरता फैलाने की एक गहरी साजिश का हिस्सा है। यूपी एटीएस की तफ्तीश से साफ है कि ये लोग धार्मिक आस्था को ढाल बनाकर, कमजोर वर्गों का फायदा उठाकर पूरे समाज की संरचना को प्रभावित करना चाहते थे।

Avneesh Mishra is a young and energetic journalist. He keeps a keen eye on sports, politics and foreign affairs. Avneesh has done Post Graduate Diploma in TV Journalism.